मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री का किया सम्मान, विशेष स्टीमर पर चढ़ने से किया मना

कानपुर, 07 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गंगा निरीक्षण के लिए प्रशासन ने प्रयागराज से विशेष स्टीमर मंगवाया है और शहर आये मुख्यमंत्री के लिए भी प्रशासन ने वही स्टीमर उपलब्ध करा दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टीमर तक पहुंचे पर अचानक उनका प्लान बदला और दूसरे स्टीमर की ओर इशारा करते वापस हो लिए। जिसके बाद मुख्यमंत्री प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस स्टीमर से गंगा का जायजा लिया। यही नहीं मंत्री और विधायकों को भी मुख्यमंत्री अपने साथ स्टीमर में नहीं ले गये। जिससे मंत्रियों और विधायकों में मायूसी छायी रही और गंगा किनारे मुख्यमंत्री को देखते रहे। 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 दिसम्बर को गंगा से जुड़े पांच मुख्यमंत्रियों व 10 कैबिनेट मंत्री के साथ कानपुर आ रहे हैं। यहां पर प्रधानमंत्री नमामि गंगा से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे और साथ ही गंगा को अविरल बनाने में होने वाले उपायों पर भी मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे। इसके अलावा गंगा की निर्मलता की हकीकत जानने के लिए विशेष स्टीमर से अटल घाट से सरसैया घाट तक निरीक्षण भी करेंगे। प्रशासन ने विशेष स्टीमर को प्रयागराज से मंगा लिया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर आये और तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री सबसे पहले चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद मुख्यमंत्री यहां से अटल घाट पहुंचे और प्रधानमंत्री के गंगा रुट का निरीक्षण करने के लिए बोले। इस पर प्रशासन ने विशेष स्टीमर को घाट पर लगा दिया और मुख्यमंत्री के लिए सीट पर भगवा तौलिया भी रख दी गयी। मुख्यमंत्री घाट किनारे खड़े विशेष स्टीमर तक पहुंचे और स्टीमर पर चढ़ने के बजाय अचानक पीछे हो लिये। इस पर प्रशासन कुछ समझ नहीं पाया और अधिकारी एक-दूसरे का मुंह देखने लगे। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि पुलिस स्टीमर में निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री गंगा बैराज पहुंचे और कुछ देर तक अधिकारियों से बातचीत की। यहां से फिर अटल घाट पहुंचे और पुलिस स्टीमर से अटल घाट का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण, राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, विधायक अभिजीत सिंह सांगा और सुरेन्द्र मैथानी भी स्टीमर में जाने की ओर बढ़े पर मुख्यमंत्री के इशारे पर प्रशासन ने किसी को भी उनके साथ नहीं जाने दिया गया। जिससे मंत्रियों और विधायकों में मायूसी रही और घाट किनारे ही सभी बैठ गये। इस दौरान वह लोग सेल्फी लेते रहे और मुख्यमंत्री के वापस आने पर फिर उनके साथ हो लिए।
प्रधानमंत्री का रखा सम्मान
मुख्यमंत्री द्वारा अचानक विशेष स्टीमर में चढ़ने से मना करने पर प्रशासनिक अधिकारी जरुर सकते में रहे पर बाद में सभी समझ गये कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का सम्मान रखा। इस पर जब विधायक सुरेन्द्र मैथानी से पूछा गया तो कहा कि विशेष स्टीमर प्रधानमंत्री के लिए आया है और इस बीच कोई भी जनप्रतिनिधि उसमें नहीं सवार होगा। भाजपा सांस्कृतिक पार्टी है और शायद इसलिए मुख्यमंत्री ने ऐन वक्त पर फैसला लिया और प्रधानमंत्री का सम्मान रखा।